गुजरात, राजस्थान, पंजाब और जम्मू-कश्मीर में गुरुवार रात को बड़े स्तर पर मॉक ड्रिल की जाएगी, जिसमें सिविल और सुरक्षा एजेंसियां हिस्सा लेंगी। इसका मकसद है सीमावर्ती इलाकों में किसी भी आपात स्थिति या दुश्मन के हमले की स्थिति में तैयारियों को परखना।
क्या है पूरा मामला?
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के चलते केंद्र सरकार ने यह फैसला लिया है कि बॉर्डर से सटे इन चार राज्यों में एक साथ मॉक ड्रिल की जाएगी। इसमें एयर रेड अलर्ट, लोगों की तत्काल निकासी (evacuation), कंट्रोल रूम की टेस्टिंग और सिविल डिफेंस जैसी तैयारियों को परखा जाएगा।
इन राज्यों में होगी मॉक ड्रिल:
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गुजरात
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राजस्थान
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पंजाब
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जम्मू-कश्मीर
बाड़मेर (राजस्थान) की कलेक्टर टीना डाबी ने पुष्टि की है कि जिले में मॉक ड्रिल की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं और आम जनता से सहयोग की अपील की गई है। उन्हें सतर्क लेकिन शांत रहने की सलाह दी गई है।
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‘ऑपरेशन अभ्यास’ के बाद बड़ी तैयारी:
इस मॉक ड्रिल को हाल ही में गृह मंत्रालय द्वारा की गई ‘ऑपरेशन अभ्यास’ नामक राष्ट्रीय स्तर की मॉक ड्रिल से जोड़ा जा रहा है, जो इस महीने की शुरुआत में हुई थी। इसके बाद अब यह सीमावर्ती राज्यों में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जैसी बड़ी सुरक्षा तैयारी का हिस्सा मानी जा रही है।
क्या हुआ था पिछली बार?
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देशभर के 250 से ज्यादा जगहों पर मॉक ड्रिल हुई थी।
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33 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में इसे लागू किया गया।
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बच्चों तक को सिखाया गया था कि आपातकालीन स्थिति में क्या करना है।
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यह 1971 के भारत-पाक युद्ध के बाद सबसे बड़ी सिविल डिफेंस ड्रिल थी।
हाल ही में हुई घटनाएं:
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उत्तर भारत के 32 एयरपोर्ट को 4 दिन के लिए बंद किया गया था।
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पंजाब और राजस्थान के कई स्कूलों को एहतियातन बंद कर दिया गया।
👥 जनता के लिए जरूरी सूचना:
गुरुवार को होने वाली मॉक ड्रिल के दौरान जनता से कहा गया है कि वे स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का सख्ती से पालन करें, घबराएं नहीं लेकिन पूरी तरह सतर्क रहें।
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