Microsoft AI Layoffs: टेक्नोलॉजी में क्रांति या बेरोज़गारी का नया चेहरा?
Microsoft AI Layoffs – 2025 में Microsoft ने एक बड़ा फैसला लिया जो टेक इंडस्ट्री को हिला कर रख दिया। कंपनी ने global स्तर पर लगभग 6,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया। लेकिन सबसे चौंकाने वाली बात ये रही कि इन layoffs का सबसे बड़ा असर उन्हीं software engineers पर पड़ा, जिन्होंने कंपनी की AI टेक्नोलॉजी को विकसित करने में अहम भूमिका निभाई थी।
इंजीनियरों से कहा गया – “AI टूल्स यूज़ करो”, फिर निकाल दिया गया
CNBC और Bloomberg की रिपोर्ट के मुताबिक, Microsoft के वाशिंगटन राज्य में हुई छंटनियों में 40% से ज्यादा लोग software engineers थे। इन्हीं इंजीनियरों को कुछ महीनों पहले कहा गया था कि वे अपने काम में AI टूल्स जैसे ChatGPT और Copilot का इस्तेमाल बढ़ाएं — और फिर वही AI उनकी नौकरी छीनने का कारण बना।
Jeff Hulse, जो Microsoft के एक VP थे और 400 engineers की टीम को लीड कर रहे थे, उन्होंने अपनी टीम को कहा कि वे OpenAI-powered chatbots की मदद से 50% तक कोड जनरेट करें, जबकि पहले ये आंकड़ा सिर्फ 20-30% था। लेकिन कुछ ही हफ्तों बाद उनकी पूरी टीम layoffs की चपेट में आ गई।
सिर्फ जूनियर नहीं, सीनियर और AI से जुड़े प्रोजेक्ट्स के लोग भी निकाले गए
Microsoft AI Layoffs सिर्फ developers तक सीमित नहीं रहे। Product Managers, Technical Program Managers और यहां तक कि AI प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहे कर्मचारी भी इस लिस्ट में शामिल थे।
Gabriela de Queiroz, जो Microsoft की Director of AI for Startups थीं, ने भी अपने लेऑफ की पुष्टि करते हुए LinkedIn पर इसे “bittersweet” बताया और अपने साथियों के लिए दुख जताया।
डेटा कहता है कुछ और, Microsoft की सफाई कुछ और
Microsoft ने कहा कि यह restructure middle management को कम करने के लिए था। लेकिन वाशिंगटन राज्य में केवल 17% लेऑफ मैनेजमेंट से हुए, जबकि कंपनी की कुल managerial ratio भी लगभग इतनी ही है। इसका मतलब साफ है कि असली मकसद cost-cutting और AI investments के लिए फंड जुटाना था।
AI के क्षेत्र में Microsoft का निवेश काफी तेज़ी से बढ़ रहा है। कंपनी OpenAI के साथ पार्टनरशिप में है, और कई data centers और AI infrastructure पर भारी पैसा लगा रही है। लेकिन इसका खामियाजा सीधे उन लोगों को भुगतना पड़ा जो इस टेक्नोलॉजी को आगे बढ़ा रहे थे।
विरोध और विरोधाभास
Microsoft Build 2025 इवेंट के दौरान एक पूर्व कर्मचारी Joe Lopez ने मंच पर पहुंचकर विरोध जताया और कंपनी के Israeli government contracts की निंदा की। यह घटना दिखाती है कि सिर्फ नौकरी जाने का ही नहीं, बल्कि नैतिकता और मूल्यों का सवाल भी इस पूरे मामले में उठ रहा है।
टेक्नोलॉजी बनाम मानवता
Microsoft CEO Satya Nadella ने कई बार कहा है कि AI अब projects में 30% तक का कोड लिख रहा है और इसे productivity का “game-changer” बताया है। लेकिन जब यही टेक्नोलॉजी इंसानों की नौकरियां छीनने लगे, तो सवाल उठना लाज़मी है — क्या AI वाकई एक सहायक है या धीरे-धीरे एक प्रतिस्थापक बन रहा है?
इस पूरे घटनाक्रम में एक बात बिल्कुल साफ है — AI और automation केवल efficiency बढ़ाने का टूल नहीं रह गया है, बल्कि ये अब job roles को redefine कर रहा है। और यह बदलाव जितना exciting है, उतना ही unsettling भी।
निष्कर्ष
Microsoft AI Layoffs की कहानी सिर्फ एक कंपनी के restructuring की नहीं है। यह एक बड़ा उदाहरण है कि कैसे AI टेक्नोलॉजी, जिसे productivity के लिए लाया गया था, आज नौकरी जाने की सबसे बड़ी वजह बनती जा रही है।
यह लेख केवल Microsoft तक सीमित नहीं है, बल्कि सभी टेक कंपनियों और प्रोफेशनल्स के लिए एक चेतावनी है:
AI को अपनाइए, लेकिन साथ ही खुद को लगातार reinvent भी करते रहिए।
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