AI Layoffs का बढ़ता असर – Indian Techies की मुश्किलें
2025 की शुरुआत में ही tech दुनिया में बड़ी हलचल मची है। Microsoft, Meta, Block, और CrowdStrike जैसी बड़ी कंपनियों ने AI-driven cost-cutting और restructuring के चलते 50,000 से ज्यादा tech jobs खत्म कर दी हैं। इस tech tsunami का सबसे ज्यादा असर H-1B visa पर काम कर रहे Indian professionals पर पड़ा है।
AI automation की वजह से backend, coding, data processing जैसे काम तेज़ी से machines को सौंपे जा रहे हैं। Anthropic के CEO Dario Amodei ने चेतावनी दी है कि आने वाले 5 सालों में entry-level white collar jobs का 50% हिस्सा AI के चलते खत्म हो सकता है।
Dario Amodei की चेतावनी
“हम, जो इस टेक्नोलॉजी के निर्माता हैं, हमारी जिम्मेदारी है कि हम सच बताएं कि क्या होने जा रहा है। ज़्यादातर लोगों को इसका अंदाजा तक नहीं है।”
– Dario Amodei, CEO, Anthropic
Amodei का मानना है कि सरकारें और कंपनियाँ इस खतरे को कम आँक रही हैं, जिससे आने वाले समय में 10%–20% तक बेरोजगारी बढ़ सकती है। वे अमेरिकी सरकार पर आरोप लगाते हैं कि वो backlash के डर से इस विषय पर चुप है, खासकर AI दौड़ में चीन से प्रतिस्पर्धा को देखते हुए।
🇺🇸 MAGA का दबाव: “Indian techies वापस जाओ”
AI layoffs के बीच अमेरिका में रहने वाले Indian immigrants अब एक और संकट का सामना कर रहे हैं — राजनीतिक और सामाजिक विरोध। MAGA (Make America Great Again) समर्थकों की सोच है कि भारतीय प्रोफेशनल्स अमेरिकी नौकरियाँ छीन रहे हैं, और अब जबकि नौकरियाँ कम हो रही हैं, उन्हें वापस भेजा जाए।
TeamBlind जैसे platforms पर इस मुद्दे को लेकर बहस छिड़ी हुई है। एक user ने पूछा:
“भारत में ऐसा क्या है जो आपको वापस जाने से रोकता है? क्या आप अपने US learnings से भारत को upgrade नहीं कर सकते?”
Indian Community के मिले-जुले जवाब
बहुत से users ने इस सवाल को सटीक बताया, वहीं कुछ ने इसे “privileged” सोच कहा। एक user ने लिखा:
“India पिछले 10 सालों में काफी improve हुआ है, लेकिन USA में job opportunities, साफ हवा, कम traffic जैसी चीजें अभी भी better हैं।”
दूसरे ने कहा:
“अभी ये सिर्फ मेरी कहानी नहीं है — परिवार, बच्चे, community, सब कुछ यहाँ base बन चुका है। Green card की wait painful है, लेकिन long-term possibilities के लिए लोग रुक रहे हैं।”
India वापस जाना: आसान नहीं
कई Indian techies के लिए भारत लौटना सिर्फ flight टिकट का मामला नहीं, बल्कि एक जटिल मानसिक, सामाजिक और professional बदलाव है। एक user ने लिखा:
“Reverse culture shock real है। Traffic, pollution, और day-to-day frustration बहुत taxing होता है। Bengaluru जैसे शहरों में भी US जैसी work-life balance मिलना मुश्किल है।”
“बच्चों को school से निकालकर इंडिया के education सिस्टम में डालना बड़ा फैसला होता है।”
🇮🇳 “भारत को सुधारें” – लेकिन कैसे?
कुछ लोग मानते हैं कि Indian immigrants अपने US experience से भारत में बदलाव ला सकते हैं। कई tech professionals ने इंडिया लौटकर startups शुरू किए हैं या policy-making में हाथ आज़माया है। लेकिन कुछ कहते हैं कि:
“India में systemic challenges इतने बड़े हैं कि आपकी skills तभी काम आएंगी जब पूरे सिस्टम में सुधार हो।”
निष्कर्ष: AI की जीत या इंसान की हार?
AI layoffs सिर्फ automation की कहानी नहीं हैं — ये immigration, identity, और belonging जैसे मुद्दों को भी उजागर कर रहे हैं। Indian techies अब एक मुश्किल crossroads पर हैं:
✅ अमेरिका में रहकर संघर्ष करें
✅ या भारत लौटकर नई शुरुआत करें
अंत में, एक user की बात दिल को छूती है:
“हम perfect life नहीं ढूंढ रहे, बस ऐसे trade-offs चुन रहे हैं जो हमारे लिए manageable हों।”
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