AI in HR: IBM ने शुरू किया AI के साथ HR ऑटोमेशन का नया युग
AI (Artificial Intelligence) अब केवल रिसर्च लैब्स और मशीन लर्निंग मॉडल तक सीमित नहीं रह गया है। यह अब कार्यस्थलों की संरचना बदलने लगा है — खासतौर पर मानव संसाधन (HR) के क्षेत्र में। इसी दिशा में IBM ने एक बड़ा कदम उठाते हुए अपने 200 से ज्यादा HR पदों को AI से रिप्लेस कर दिया है।
यह कदम केवल IBM के लिए नहीं, बल्कि पूरे इंडस्ट्री के लिए एक emerging trend के रूप में देखा जा रहा है, जहां routine कार्यों को AI द्वारा automate किया जा रहा है और इंसानी कर्मचारी अब ज्यादा strategic और client-centric roles निभा रहे हैं।
IBM की रणनीति: Efficiency और Innovation का संतुलन
IBM के CEO अरविंद कृष्णा ने सोमवार को घोषणा की कि कंपनी ने “several hundred” HR roles पहले ही AI एजेंट्स से रिप्लेस कर दिए हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी साफ किया कि इसके बावजूद IBM में कुल कर्मचारियों की संख्या में वृद्धि हुई है — खासकर programming, marketing और sales जैसी भूमिकाओं में।
इससे यह स्पष्ट होता है कि AI in HR केवल कर्मचारियों की छंटनी का तरीका नहीं है, बल्कि एक रणनीतिक प्रयास है जिससे कर्मचारियों को repetitive कार्यों से मुक्त कर higher-value tasks की ओर मोड़ा जा सके।
AI कौन-कौन से HR कार्यों को संभाल रहा है?
IBM ने सबसे पहले रूटीन HR कार्यों को automate करने का निर्णय लिया। इनमें शामिल हैं:
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Employment verification
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Internal transfers
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Document processing
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Onboarding procedure
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Resume screening
AI tools इन कार्यों को तेज़ी और accuracy के साथ कर रहे हैं, जिससे HR प्रोफेशनल अब employee development, talent strategy और engagement जैसे core human areas पर ध्यान दे सकते हैं।
आंकड़ों की नज़र से: कितना असर पड़ेगा?
IBM का आकलन है कि आने वाले 5 वर्षों में 30% non-customer facing roles, खासतौर पर HR में, AI से ऑटोमेट हो सकते हैं। इसका मतलब है कि लगभग 7,800 पद इस बदलाव से प्रभावित हो सकते हैं।
हालांकि, IBM की Chief Human Resources Officer Nickle LaMoreaux का कहना है कि:
“AI पूरी नौकरियों को खत्म नहीं करेगा, बल्कि उनमें मौजूद कई tasks को automate करेगा।”
इसका मतलब है कि ज्यादातर भूमिकाएं पूरी तरह से खत्म नहीं होंगी, बल्कि AI-augmented roles बन जाएंगी।
AI in HR: क्या यह अवसर है या खतरा?
जहां एक ओर AI के आने से कुछ traditional jobs खतरे में हैं, वहीं दूसरी ओर कई नई नौकरियां और करियर विकल्प भी सामने आ रहे हैं:
नई संभावनाएं:
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AI Trainers
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HR-AI Integration Specialists
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Data-driven Employee Experience Managers
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AI ethics and compliance officers
AI in HR का सही इस्तेमाल इंसानों को ज़्यादा क्रिएटिव और स्ट्रेटजिक कार्यों में लगाने का अवसर प्रदान करता है।
Global Trend बनता ‘AI in HR’
IBM का यह निर्णय कोई isolated घटना नहीं है। दुनिया की अन्य tech कंपनियाँ भी इस दिशा में आगे बढ़ रही हैं:
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Amazon और Google resume screening और candidate matching के लिए AI का इस्तेमाल कर रहे हैं
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Unilever जैसे FMCG ब्रांड्स virtual AI interviews से talent हायर कर रहे हैं
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Accenture ने अपने HR functions में AI आधारित decision support systems लागू किए हैं
इससे साफ है कि “AI in HR” अब एक global transformation बन चुका है।
भारत में क्या असर पड़ेगा?
भारत में जहां HR traditionally paperwork heavy और manual रहा है, वहीं IBM का यह कदम भारतीय कंपनियों को भी inspire कर सकता है। खासकर IT और startup culture में, जहां efficiency और innovation की मांग तेजी से बढ़ रही है।
भारत को चाहिए:
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Low-cost AI HR tools का विकास
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HR professionals की upskilling
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AI ethics के लिए framework
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Small businesses को AI accessible बनाना
Conclusion: मानव + AI = भविष्य का कार्यबल
IBM का “AI in HR” कदम दिखाता है कि भविष्य मानव और AI की साझेदारी से बनेगा। यह न तो पूरी तरह से मशीनों का युग है, और न ही इंसानों का अंत — बल्कि यह एक नया अध्याय है जहां दोनों मिलकर काम करेंगे।
जो कंपनियाँ इस बदलाव को समझेंगी और अपनी workforce को तैयार करेंगी, वही भविष्य में प्रतिस्पर्धा में आगे रहेंगी।
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