आज जब Artificial Intelligence और automation हर इंडस्ट्री में कदम जमा रहे हैं, tech companies के बीच दो अलग-अलग सोच उभरकर सामने आ रही है। कुछ को लगता है कि आने वाले समय में इंसानों की ज्यादातर नौकरियां bots और AI systems से की जाएंगी — बस high-level decision makers और investors को छोड़कर। वहीं दूसरी सोच यह मानती है कि bots सिर्फ repetitive और boring काम करेंगे, और इंसानों के लिए नई तरह की नौकरियां सामने आएंगी — खासकर वो जो creativity, human connection या tech oversight की मांग करती हैं।
क्या कहते हैं आंकड़े?
World Economic Forum की रिपोर्ट के अनुसार, मौजूदा technological trends के कारण करीब 92 million jobs खत्म हो जाएंगी, लेकिन इसके बदले 170 million नई नौकरियां भी पैदा होंगी। यानी बदलाव तो होगा, लेकिन opportunities भी आएंगी। सवाल ये है — क्या ये नई नौकरियां उन लोगों के लिए होंगी जो आज warehouse workers, delivery agents या clerks जैसे unskilled roles में हैं?
Amazon का जवाब: Vulcan Robot के साथ इंसानों का नया रोल
Amazon ने हाल ही में अपने नए Vulcan Robot की घोषणा की, जो warehouse में ergonomically challenging tasks को संभालेगा। Vulcan में एक खास बात है — ये “feel” कर सकता है। यानी ये shelves के ऊपरी और निचले हिस्सों से items को आसानी से उठाकर humans की physical मेहनत को कम करेगा।
Amazon के CEO Andy Jassy ने X (पहले Twitter) पर पोस्ट करते हुए बताया कि यह robot इंसानों के साथ मिलकर काम करेगा, न कि उनकी जगह लेगा। Vulcan के आने से workers को बार-बार झुकने या सीढ़ियों पर चढ़ने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इंसान सिर्फ वो items उठाएंगे जो middle shelves पर हैं या जिन्हें Vulcan अभी manage नहीं कर सकता।
इंसान सिर्फ labor नहीं, अब technician भी बनेंगे
Amazon ने ये भी बताया कि वो warehouse workers को robotics maintenance में train कर रहा है। कंपनी का कहना है कि उसके warehouse robots, जो लगभग 75% customer orders में मदद करते हैं, ने सैकड़ों नई job categories को जन्म दिया है। इनमें शामिल हैं:
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Robotic Floor Monitors
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Onsite Reliability Maintenance Engineers
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Automation Technicians
Amazon का कहना है कि वो retraining programs भी चला रहा है ताकि interested workers इन नए roles के लिए तैयार हो सकें।
लेकिन क्या ये सबके लिए practical है?
ज़रूरी नहीं कि हर warehouse worker robotic technician बनना चाहे या बन सके। और ये भी सच है कि जितने workers आज हैं, उतने technicians की जरूरत नहीं होगी। यानी यह 1:1 conversion नहीं होगा।
लेकिन, फिर भी Amazon का ये कदम एक शुरुआत है — ऐसा पहला publicly visible example जहां एक बड़ी tech कंपनी AI के साथ human workers की coexistence को दिखा रही है, ना कि total replacement को।
भविष्य की नौकरियां कैसी होंगी?
आने वाले समय में शायद grocery clerks की जगह “automation monitors” होंगे — जैसे आज self-checkout काउंटर पर एक इंसान कई machines को देखता है। Fast food industry में इंसान शायद खुद खाना न पकाएं, लेकिन bots को supervise करें।
इस future में “robots चलाना” उतना ही जरूरी skill बन सकता है जितना आज computer चलाना है।
क्या ये सब सच में संभव है?
इस बात की भी संभावना है कि fully bot-powered future केवल बड़ी कंपनियों तक ही सीमित रहे — जैसे Amazon या बड़ी car manufacturers। छोटे restaurants, local retailers या regional supply chains में इंसानी नौकरियां decades तक बनी रह सकती हैं।
Amazon Go का उदाहरण
याद रहे कि Amazon ने अपने Just-Walk-Out automation concept को भी expand करने की कोशिश की थी, लेकिन retail industry ने उसे हाथोंहाथ नहीं लिया। बाद में पता चला कि इसके पीछे AI नहीं, बल्कि India में बैठे humans real-time videos देख कर labeling कर रहे थे। आज वो tech कहीं नजर नहीं आता।
Conclusion: इंसान और AI का मिलाजुला भविष्य
AI और bots हमारी नौकरियों का future तो बदल रहे हैं, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि इंसानों की जरूरत खत्म हो जाएगी। Amazon जैसे कदम दिखाते हैं कि future में “Increased Human-AI Collaboration” की संभावनाएं ज़्यादा हैं। जो लोग जल्दी से tech skills सीखने के लिए तैयार हैं, उनके लिए ये एक सुनहरा मौका हो सकता है।