Builder.ai Scam: 1.5 Billion Dollar AI Company Turns Out to Have 'No Intelligence, Only Indian Programmers'"

Builder.ai Scam: 1.5 Billion Dollar की AI Company निकली ‘No Intelligence, Only Indian Programmers’

Builder.ai Scam: 1.5 Billion Dollar की AI Company निकली ‘No Intelligence, Only Indian Programmers’

AI (Artificial Intelligence) आज टेक्नोलॉजी की दुनिया का सबसे बड़ा ट्रेंड है। हर स्टार्टअप AI की मदद से भविष्य बदलने का वादा करता है। लेकिन इस क्रांति में एक नाम ऐसा भी है जिसने AI के नाम पर करोड़ों डॉलर का निवेश जुटाया, लेकिन निकला एक ‘AI washing’ स्कैम — और वो नाम है Builder.ai

एक आसान सोच से जन्मी एक बड़ी स्कीम

2016 में London में स्थापित, Builder.ai का मकसद था:

“Make software building as easy as ordering a pizza.”

Sachin Dev Duggal ने कंपनी को ऐसे प्लेटफॉर्म के रूप में पेश किया जहाँ कोई भी non-coder AI की मदद से मोबाइल या वेब ऐप बना सकता है। उनका digital assistant ‘Natasha’ और AI-driven ‘Builder Studio’ प्लेटफॉर्म बहुत पॉपुलर हुए।

 अरबों का निवेश, दिग्गज कंपनियाँ बनी शिकार

इस आइडिया ने जल्दी ही Microsoft, Qatar Investment Authority (QIA), और SoftBank जैसी दिग्गज कंपनियों का ध्यान खींचा।

  • 2018 में SoftBank की Deepcore ने $29.5 मिलियन लगाए

  • 2022 में QIA ने $250 मिलियन इन्वेस्ट किया

  • 2023 में Microsoft ने strategic partner बनकर Builder.ai को अपने Cloud Ecosystem में शामिल किया

Builder.ai ने कुल मिलाकर $445 मिलियन से ज्यादा की फंडिंग जुटाई और $1.5 Billion की valuation तक पहुँच गया।

 AI नहीं, सिर्फ़ Indian Developers

Wall Street Journal की 2019 की रिपोर्ट ने पहला पर्दा उठाया।
Builder.ai का दावा था कि उनकी AI system पूरी तरह automated है, लेकिन असली कोडिंग तो Indian programmers manually कर रहे थे।

कई पूर्व कर्मचारियों ने बताया कि decision trees जैसी पुरानी तकनीकों को “AI” कहा गया, जबकि असल में AI नाम मात्र की भी मौजूद नहीं थी। यह पूरी तरह manual human-driven प्रक्रिया थी।Builder.ai Scam

Fake Revenue, Real Trouble

Builder.ai ने निवेशकों को 300% revenue growth दिखाकर गुमराह किया। इससे भारी फंडिंग तो मिली, लेकिन जब 2025 में Viola Credit ने financial discrepancies पकड़ीं, तो उसने कंपनी के अकाउंट से $37 मिलियन सीज़ कर लिए।

CEO Manpreet Ratia ने एक company-wide कॉल में स्वीकार किया कि अब कोई उम्मीद नहीं बची है।

  • कर्मचारियों की संख्या 770 से घटाकर 550 कर दी गई

  • 20 मई 2025 को कंपनी ने आधिकारिक तौर पर bankruptcy फाइल कर दी

 Amazon और Microsoft का नुकसान

Financial Times के अनुसार, Builder.ai के ऊपर

  • Amazon का $85 मिलियन

  • Microsoft का $30 मिलियन बकाया है।

यह दोनों टेक दिग्गज भी इस “AI illusion” का हिस्सा बन गए।

 Sachin Dev Duggal: एक शानदार résumé, एक फर्जी विज़न

Duggal ने 14 की उम्र में PC assemble करना शुरू किया था और 17 में Deutsche Bank के लिए currency arbitrage system बना लिया।
Imperial College से पढ़ाई के दौरान उन्होंने Nivio नाम की cloud computing कंपनी बनाई जिसकी वैल्यू $100 मिलियन तक पहुँची।

Builder.ai उनका अगला प्रोजेक्ट था — एक ऐसा प्लेटफॉर्म जिसे उन्होंने non-coders के लिए क्रांति बताया। लेकिन यह AI से ज़्यादा marketing-driven project निकला।

 AI Washing: हाइप vs हकीकत

Builder.ai का मॉडल अब एक नई इंडस्ट्री टर्म को जन्म दे गया है: AI Washing — यानी पारंपरिक टेक्नोलॉजी को “AI” की लेबलिंग देकर hype और funding जुटाना।

इस फेलियर ने टेक इंडस्ट्री में AI due diligence की ज़रूरत को फिर से रेखांकित किया है।

 क्या रहा असली कारण Builder.ai के गिरने का?

  • ज़्यादा वादे, कम टेक्नोलॉजी

  • inflated revenue reporting

  • कोई sustainable business model नहीं

  • trust-based investor ecosystem का दुरुपयोग

Builder.ai का पूरा मॉडल एक ऐसी इमारत की तरह था जो बाहर से शानदार दिखती थी लेकिन अंदर खोखली थी।Builder.ai Scam

 Impact on Customers

Builder.ai के shutdown से कई startups और SMEs को झटका लगा। उन्होंने अपने core infrastructure इस प्लेटफॉर्म पर बनाया था, जिसे अब या तो migrate करना होगा या दोबारा build करना पड़ेगा।

 Low-code/No-code मार्केट का भविष्य?

Builder.ai की असफलता के बावजूद low-code/no-code मार्केट मजबूत बना हुआ है। Gartner की एक रिपोर्ट के अनुसार:

2028 तक 60% नए enterprise apps ऐसे platforms पर बने होंगे।

Global market size 2025 के अंत तक $26 Billion तक पहुँचने का अनुमान है।

 सीख: Vision से ज़्यादा Execution ज़रूरी

Builder.ai की कहानी हमें ये सिखाती है कि AI का दावा करना और वास्तव में AI deliver करना, दो अलग बातें हैं
जैसे ही investors को हकीकत और वादों के बीच फर्क दिखता है, फंडिंग सेकंडों में evaporate हो जाती है।

Theranos की तरह, Builder.ai भी एक tech bubble था — और उसका अंत भी वैसा ही हुआ।

 निष्कर्ष

Builder.ai Scam सिर्फ़ एक कंपनी के डूबने की कहानी नहीं है — यह AI मार्केट में transparency की ज़रूरत, overhype के खतरों, और due diligence के महत्व की कड़ी याद दिलाता है।
इसकी विफलता ने यह दिखाया कि सिर्फ़ visibility से viability नहीं बनती।

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